पिस्ता न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि ये पोषक तत्वों से भरपूर भी होते हैं। आइए, पिस्ता के प्रत्येक लाभ को सरल हिंदी में समझते हैं: आओ जानते है pista khane ke fayde aur nuksan in hindi?
1. पोषक तत्वों से भरपूर:
पिस्ता में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। एक औंस (28 ग्राम) पिस्ता में लगभग 49 पिस्ते होते हैं, जो प्रदान करते हैं:
- कैलोरी: 159
- कार्बोहाइड्रेट्स: 8 ग्राम
- फाइबर: 3 ग्राम
- प्रोटीन: 6 ग्राम
- वसा: 13 ग्राम
- पोटेशियम: दैनिक आवश्यकता का 6%
- फास्फोरस: दैनिक आवश्यकता का 11%
- विटामिन B6: दैनिक आवश्यकता का 28%
- थायमिन: दैनिक आवश्यकता का 21%
- कॉपर: दैनिक आवश्यकता का 41%
- मैंगनीज: दैनिक आवश्यकता का 15%
विशेष रूप से, पिस्ता विटामिन B6 का उत्कृष्ट स्रोत है, जो रक्त शर्करा नियंत्रण और हीमोग्लोबिन निर्माण में सहायक है।
2. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर:
पिस्ता में ल्यूटिन और ज़ियाज़ैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आंखों की रक्षा में मदद करते हैं। इसके अलावा, पिस्ता में पॉलिफेनॉल्स और टोकोफेरोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो कैंसर और हृदय रोग से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
3. कम कैलोरी और उच्च प्रोटीन:
पिस्ता अन्य मेवों की तुलना में कम कैलोरी वाले होते हैं। एक औंस पिस्ता में 159 कैलोरी होती हैं, जबकि अखरोट में 185 और पेकेन में 196 कैलोरी होती हैं। इसके अलावा, पिस्ता में प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है, जो शरीर के लिए आवश्यक है।
4. वजन घटाने में सहायक:
पिस्ता में फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करती है। एक अध्ययन में पाया गया कि नियमित पिस्ता सेवन से बॉडी मास इंडेक्स (BMI) में कमी आई, हालांकि शरीर के वजन या पेट की चर्बी में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं देखा गया।
5. स्वस्थ पाचन में सहायता:
पिस्ता में फाइबर की प्रचुरता पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक है और आंतों की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है, जो समग्र पाचन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। पिस्ता खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
6. कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप कम करने में सहायक:
पिस्ता का सेवन कुल और LDL (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने और HDL (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, पिस्ता रक्तचाप को कम करने में भी मदद करते हैं, जिससे हृदय रोग का जोखिम घटता है।
7. रक्त वाहिकाओं के स्वास्थ्य में सुधार:
पिस्ता में L-आर्जिनिन होता है, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित होकर रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करता है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है। एक अध्ययन में पाया गया कि पिस्ता का दैनिक सेवन रक्त वाहिकाओं के कार्य में सुधार करता है।
8. रक्त शर्करा नियंत्रण में सहायता:
पिस्ता का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि नहीं होती। कुछ अध्ययनों से संकेत मिलता है कि पिस्ता का सेवन रक्त शर्करा और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में सहायक हो सकता है, विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों में।
9. स्वादिष्ट और विविधता से भरपूर:
पिस्ता का सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है:
- स्वादिष्ट नाश्ते के रूप में अकेले।
- पिज्जा, सलाद, मछली और मिठाइयों पर गार्निश के रूप में।
- बेकिंग में, जैसे चीज़केक में।
- पेस्टो या नट बटर में।
पिस्ता का नियमित सेवन समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक हो सकता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से बचना चाहिए क्योंकि ये कैलोरी में उच्च होते हैं।
पिस्ता (Pistachio) एक स्वादिष्ट और पौष्टिक ड्राई फ्रूट है, जो न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभकारी गुण रखता है। आइए, पिस्ता से संबंधित विभिन्न स्वास्थ्य लाभों और उसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों को सरल भाषा में समझते हैं:
पिस्ता खाने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ: pista khane ke fayde aur nuksan in hindi

- हृदय रोग से बचाव: पिस्ता में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे हृदय रोग का जोखिम घटता है।
- मधुमेह (डायबिटीज़) नियंत्रण: पिस्ता का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। यह टाइप 2 मधुमेह के मरीजों के लिए लाभकारी है।
- कैंसर से सुरक्षा: पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे ल्यूटिन और ज़ियाज़ैंथिन होते हैं, जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे कैंसर का जोखिम कम होता है।
- आंखों की बीमारियों से बचाव: पिस्ता में ल्यूटिन और ज़ियाज़ैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं से बचाने में सहायक हैं।
- एनीमिया (रक्ताल्पता) से राहत: पिस्ता में आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन में सहायक है, जिससे एनीमिया की समस्या में राहत मिलती है।
- पाचन संबंधी समस्याओं में सुधार: पिस्ता में फाइबर की प्रचुरता पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है, जिससे कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
- कमज़ोरी और थकान में राहत: पिस्ता में प्रोटीन, आयरन और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो ऊर्जा स्तर को बढ़ाते हैं और शरीर की कमजोरी और थकान को कम करने में सहायक हैं।
- मुंह की दुर्गंध से निजात: पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य यौगिक होते हैं, जो मुंह की दुर्गंध को कम करने में सहायक हैं।
- सिर दर्द में राहत: पिस्ता में मौजूद तंतू और अन्य यौगिक सिर दर्द को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे सिर दर्द में राहत मिलती है।
पिस्ता में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व:
- एंटीऑक्सीडेंट्स: पिस्ता में विटामिन ई, ल्यूटिन और ज़ियाज़ैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
- ल्यूटिन और ज़ियाज़ैंथिन: ये दो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की सेहत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित आंखों की समस्याओं से रक्षा करते हैं।
- पॉलीफेनॉल्स और टोकोफेरॉल्स: ये यौगिक पिस्ता में पाए जाते हैं और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में कार्य करते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक हैं।
- मोनोसैचुरेटेड फैट्स: पिस्ता में मोनोअनसैचुरेटेड वसा होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं और रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- फाइबर: पिस्ता में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करता है।
- जिंक और विटामिन बी-6: पिस्ता में जिंक और विटामिन बी-6 होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने, मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार और एनीमिया से बचाव में सहायक हैं।
- आयरन: पिस्ता में आयरन की मात्रा अच्छी होती है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है, जिससे एनीमिया की समस्या में राहत मिलती है।
- कॉपर: कॉपर एक आवश्यक खनिज है जो शरीर में विभिन्न जैविक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे ऊर्जा उत्पादन और तंत्रिका तंतु की रक्षा।
नोट: पिस्ता का सेवन सामान्यतः सुरक्षित होता है, लेकिन यदि आपको नट्स से एलर्जी है या कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
क्या रोज पिस्ता खाना ठीक है?
पिस्ता कब नहीं खाना चाहिए?
रोज पिस्ता खाना: फायदे और सावधानियां
पिस्ता सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन रोज कितनी मात्रा में खाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, यह जानना जरूरी है।
पिस्ता खाने के फायदे
- पिस्ता प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन बी-6, जिंक और कॉपर जैसे मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। Read More
- यह स्किन और बालों के लिए फायदेमंद है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, और डायबिटीज में भी मददगार हो सकता है। Read More
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं Read More
- वजन घटाने वाले लोग भी सीमित मात्रा में पिस्ता खा सकते हैं क्योंकि इसमें फैट और कैलोरी कम होती है Read More
रोज कितना पिस्ता खाना चाहिए?
- एक्सपर्ट्स के अनुसार, एक दिन में 15-20 ग्राम (लगभग 20-25 दाने) पिस्ता खाना सुरक्षित और फायदेमंद है Read More
- इसे आप भिगोकर या रोस्टेड दोनों तरह से खा सकते हैं Read More
- सुबह खाली पेट भिगोया हुआ पिस्ता खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है
ज्यादा पिस्ता खाने के नुकसान
- ज्यादा पिस्ता खाने से पेट दर्द, गैस, दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि इसमें फाइबर ज्यादा होता है Read More
- वजन बढ़ सकता है1।
- किडनी के मरीजों को पिस्ता सीमित मात्रा में या डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें पोटैशियम और प्रोटीन ज्यादा होते हैं Read More
- ज्यादा मात्रा में खाने से हार्ट और किडनी पर असर पड़ सकता है Read More
- भुना हुआ पिस्ता अधिक खाने से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
- किडनी या हार्ट के मरीज, स्टोन के मरीज, और जिनको पिस्ता से एलर्जी है, उन्हें पिस्ता खाने से बचना चाहिए या डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए1 read More
निष्कर्ष:
रोज़ाना सीमित मात्रा (15-20 ग्राम) में पिस्ता खाना सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से नुकसान हो सकता है। किसी भी हेल्थ कंडीशन में पिस्ता खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें

पिस्ता को भिगोकर खाने के फायदे
पिस्ता को भिगोकर (soaked) खाने से उसके पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और पाचन आसान हो जाता है। नीचे विस्तार से जानिए इसके लाभ:
- पाचन में आसानी:
पिस्ता की तासीर गर्म मानी जाती है। गर्मियों में पिस्ता को भिगोकर खाने से यह शरीर को ठंडक देता है और पचाने में आसान हो जाता है। जिन लोगों को अपच, ब्लोटिंग या धीमा मेटाबॉलिज्म है, उनके लिए भिगोया हुआ पिस्ता ज्यादा फायदेमंद है। Read More - पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण:
भिगोने से पिस्ता की बाहरी परत (फाइटिक एसिड) नरम हो जाती है, जिससे उसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, फाइबर, विटामिन B6, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में बेहतर तरीके से अवशोषित होते हैं। Read More - इम्यूनिटी और एनर्जी:
भिगोया हुआ पिस्ता सुबह खाली पेट खाने से शरीर को भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और शरीर को एनर्जी मिलती है। Read More - वजन प्रबंधन:
पिस्ता में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो पेट को देर तक भरा रखता है और वजन घटाने या मैनेज करने में मदद करता है। - ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल:
भिगोया हुआ पिस्ता ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज और हृदय रोग के जोखिम कम हो सकते हैं। Read More - गर्मी में शरीर को ठंडक:
गर्मी के मौसम में भिगोकर पिस्ता खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और तासीर संतुलित रहती है।
कैसे और कितनी मात्रा में खाएं?
- रात में 10-15 पिस्ता छीलकर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट खाएं। Read More
- एक बार में 10-15 पिस्ता से ज्यादा न लें, क्योंकि अधिक मात्रा में खाने से पेट संबंधी दिक्कतें या वजन बढ़ सकता है।
किन्हें सावधानी रखनी चाहिए?
- किडनी के मरीज, स्टोन के मरीज या जिन्हें पिस्ता से एलर्जी है, वे डॉक्टर की सलाह से ही पिस्ता खाएं। Read More
निष्कर्ष:
पिस्ता को भिगोकर खाने से पाचन आसान होता है, पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है, शरीर को ठंडक मिलती है और इम्यूनिटी मजबूत होती है। लेकिन सीमित मात्रा में ही सेवन करें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर से सलाह लें।